जापान में बौद्ध धर्म का प्रसार: एक अवलोकन

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कामाख्या नारायण तिवारी, इंद्र नारायण सिंह

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जापान में बौद्ध धर्म का प्रवेश और उसका प्रसार एशियाई धार्मिक इतिहास का एक अद्वितीय अध्याय है। यह धर्म भारत से उत्पन्न होकर चीन और कोरिया के माध्यम से जापान पहुँचा और वहाँ की सामाजिक, सांस्कृतिक एवं राजनीतिक संरचना को गहन रूप से प्रभावित करता चला गया। जापानी परंपराओं, जैसे शिंतो, के साथ इसके सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व ने धर्म के स्वरूप को और भी बहुआयामी बना दिया। प्रारंभिक काल में राजकीय समर्थन और अभिजात वर्ग की आस्था ने इसे बल प्रदान किया, जबकि मध्यकाल में विभिन्न सम्प्रदायों की स्थापना ने दार्शनिक गहराई और सांस्कृतिक विविधता को जन्म दिया। आधुनिक और समकालीन युग में यह परंपरा पश्चिमी प्रभावों, वैश्वीकरण और धर्मनिरपेक्षता जैसी चुनौतियों के बीच भी प्रासंगिक बनी हुई है। इस अध्ययन का उद्देश्य है  जापान में बौद्ध धर्म की यात्रा, उसके स्वरूपगत रूपांतरण, तथा सामाजिक और सांस्कृतिक योगदान का समग्र अवलोकन प्रस्तुत करना।

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